परिचय ( Introduction ):–
भारत एक विविधता से परिपूर्ण देश है, जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का अनूठा संगम देखने को मिलता है। हर क्षेत्र की अपनी खास पहचान होती है, जो वहाँ के खान-पान में भी झलकती है।
दक्षिण भारत का भोजन अपने मसालों, स्वाद और पारंपरिक व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है। ऐसे ही एक लाजवाब व्यंजन का नाम है Benne Dosa, जिसे उत्तर भारत में भी अब खूब पसंद किया जाता है। यह विशेष रूप से कर्नाटक के उडुपी और मैसूर क्षेत्रों में लोकप्रिय है।

इस लेख में हम Benne Dosa के इतिहास, बनाने की विधि, पोषण संबंधी जानकारी और इसके महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
Benne Dosa का इतिहास और उत्पत्ति:»
Benne Dosa एक प्राचीन दक्षिण भारतीय व्यंजन है, जिसका उल्लेख 12वीं शताब्दी के ग्रंथों में भी मिलता है। हालांकि, Benne Dosa (जिसका शाब्दिक अर्थ “मक्खन डोसा” होता है) की उत्पत्ति विशेष रूप से कर्नाटक के मैसूर और उडुपी क्षेत्रों में हुई।
कहा जाता है कि उडुपी के मंदिरों में भोग के रूप में इसे परोसा जाता था। बाद में यह व्यंजन इतना प्रसिद्ध हुआ कि पूरे भारत में फैल गया। कर्नाटक में Benne Dosa को पारंपरिक रूप से ताजे मक्खन के साथ परोसा जाता है, जिससे इसकी सुगंध और स्वाद और भी अधिक बढ़ जाता है।
Benne Dosa की विशेषता–
Benne Dosa अन्य Dosa की तुलना में ज्यादा खस्ता (क्रिस्पी) और सुगंधित होता है। इसे खासतौर पर मक्खन (Benne) के साथ बनाया और परोसा जाता है, जिससे यह अधिक स्वादिष्ट बनता है। इसके मुख्य विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
1. मक्खन का भरपूर उपयोग:
इस Dosa को बनाने के लिए घी या तेल के बजाय ताजे मक्खन का इस्तेमाल किया जाता है।
2. खस्ता बनावट:
सामान्य Dosa की तुलना में यह अधिक कुरकुरा होता है। और खाने को स्वादिष्ट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
3. सुगंधित और स्वादिष्ट:
मक्खन के कारण इसका स्वाद और सुगंध बहुत ही लाजवाब होता है। ये हमारी सेहत को अच्छा बनाता है।
4. विशेष बैटर (घोल):
Benne Dosa का बैटर पारंपरिक Dosa बैटर की तुलना में थोड़ा गाढ़ा और अधिक खमीरयुक्त होता है। जिससे इसका स्वाद बढ़ जाता है।
Benne Dosa बनाने की विधि:~
सामग्री: – Benne Dosa बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:

बैटर के लिए:}
★चावल – 2 कप (Dosa चावल बेहतर रहेगा)
★उड़द दाल – ½
★कप मेथी दाना – 1 चम्मच
★चावल का आटा – 2 बड़े चम्मच (अधिक क्रिस्पीनेस के लिए)
★दही – ½ कप (स्वाद और खमीर बढ़ाने के लिए)
★पानी – आवश्यकतानुसार
★नमक – स्वादानुसार
Dosa पकाने के लिए:—
★मक्खन (Benne) – 3-4 बड़े चम्मच
★घी या तेल – आवश्यकता अनुसार
बनाने की प्रक्रिया:
1. बैटर तैयार करना:
1. चावल और उड़द दाल को 6-8 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें।
2. भीगे हुए चावल, उड़द दाल और मेथी दाने को मिक्सी में पीस लें।
3. इसमें थोड़ा सा पानी और दही मिलाएँ और इसे 8-10 घंटे के लिए ढककर गरम स्थान पर रख दें, ताकि यह अच्छी तरह खमीर उठा सके।
4. खमीर उठने के बाद इसमें चावल का आटा और नमक मिलाएँ और अच्छी तरह फेंट लें।
2. Dosa बनाना:
- तवे को गरम करें और थोड़ा मक्खन या घी लगाएँ।
- अब एक कटोरी में बैटर लें और गरम तवे पर डालकर गोलाई में फैलाएँ।
- किनारों पर मक्खन लगाकर इसे मध्यम आंच पर सुनहरा और क्रिस्पी होने तक पकाएँ।
- जब Dosa अच्छी तरह पक जाए, तो इसे मोड़कर गरमा-गरम परोसें।
Benne Dosa के साथ परोसे जाने वाले व्यंजन:~
Benne Dosa को विभिन्न चटनी और सांभर के साथ परोसा जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी अधिक बढ़ जाता है। कुछ लोकप्रिय संगत व्यंजन निम्नलिखित हैं:
1. नारियल चटनी:
नारियल, भुनी हुई चना दाल, हरी मिर्च और इमली को पीसकर बनाई जाती है।इसमें सरसों के दाने और करी पत्ते का तड़का लगाया जाता है।
2. टमाटर चटनी:
टमाटर, प्याज, लहसुन, और सूखी लाल मिर्च को भूनकर तैयार की जाती है।
इसे तड़का लगाकर स्वादिष्ट बनाया जाता है।
3. सांभर:
अरहर दाल, सब्जियाँ और खास मसालों से बना यह दक्षिण भारतीय व्यंजन Benne Dosa के साथ खूब पसंद किया जाता है।
Benne Dosa के पोषण संबंधी लाभ:~
Benne Dosa स्वाद में जितना लाजवाब होता है, सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है। इसके कुछ मुख्य पोषण संबंधी लाभ इस प्रकार हैं:
1. प्रोटीन से भरपूर: उड़द दाल और दही के कारण इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है।
2. फाइबर युक्त: चावल और उड़द दाल में फाइबर होता है, जो पाचन के लिए अच्छा होता है।
3. एनर्जी बूस्टर: यह कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है, जिससे शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
4. प्रोबायोटिक गुण: खमीर उठने की प्रक्रिया के कारण इसमें अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए लाभकारी होते हैं।
Benne Dosa का सांस्कृतिक महत्व–
Benne Dosa न केवल एक व्यंजन है, बल्कि यह कर्नाटक की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है।

यह व्यंजन विशेष रूप से उडुपी भोजन परंपरा का हिस्सा है, जिसे दुनिया भर में प्रसिद्धि प्राप्त है। कई रेस्टोरेंट और भोजनालय इस Dosa को विशेष रूप से अपने मेन्यू में रखते हैं।
कर्नाटक में पारंपरिक रात्रिभोज में Benne Dosa को विशेष स्थान दिया जाता है। त्योहारों, विवाहों और अन्य शुभ अवसरों पर इसे खासतौर पर बनाया जाता है।
निष्कर्ष ( Conclusion ) :–
Benne Dosa सिर्फ एक व्यंजन नहीं, बल्कि दक्षिण भारतीय खान-पान की अद्भुत परंपरा का एक हिस्सा है। इसकी खस्ता बनावट, मक्खन की सुगंध और बेहतरीन स्वाद इसे अन्य Dosa से अलग बनाता है।
आप इसे नारियल चटनी के साथ खाएँ या गरमागरम सांभर के साथ, इसका हर निवाला स्वाद का अनूठा अनुभव कराता है।
अगर आप कभी कर्नाटक जाएँ, तो वहाँ के पारंपरिक भोजनालयों में Benne Dosa का स्वाद लेना न भूलें। आप इसे घर पर भी आसानी से बना सकते हैं और इसके अनोखे स्वाद का आनंद ले सकते हैं।
दोस्तों आपको यह आर्टिकल पढ़ कर कैसा लगा आप कमेंट में बता सकते है। आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद…♥
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